एशिया कप में शुक्रवार को
भारत और बांग्लादेश का मैच क्रिकेट इतिहास में अमर हो गया। महान बल्लेबाज
सचिन तेंडुलकर ने लंबे इंतजार के बाद ही सही, लेकिन अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट
में अपना 100वां शतक पूरा कर ही दिया। आज बांग्लादेश के खिलाफ मैच में
सचिन के इरादे शुरू से ही लंबी पारी खेलने के लग रहे थे। उन्होंने अपने शतक
के लिए 139 गेंदों का सामना किया और 10 चौके और एक छक्का लगाया।
आखिर
33 अंतरराष्ट्रीय पारियों के बाद 34वीं पारी में सचिन ने अपने
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर का सौंवां शतक पूरा कर ही लिया। हालांकि 99 से
100वें शतक तक पहुंचने में सचिन ने 21 टेस्ट पारी और 12 वनडे पारी खेलीं
और एक साल चार दिन का समय लिया, लेकिन महशतक मार ही दिया। सचिन का यह वनडे
क्रिकेट में 52वां शतक है और 48 शतक वे टेस्ट क्रिकेट में लगा चुके हैं।
सचिन ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपना पिछला शतक 12 मार्च 2011 को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ नागपुर में लगाया था, तभी से क्रिकेट प्रेमी सचिन के महाशतक का इंतजार कर रहे थे और यह इंतजार 16 मार्च 2012 को मीरपुर में बांग्लादेश के खिलाफ खेलते हुए पूरा हो गया।
भारतीय पारी की शुरुआत सचिन तेंडुलकर और गौतम गंभीर ने की। भारत की शुरुआत खराब रही। सलामी बल्लेबाज और पिछले मैच के शतकवीर गौतम गंभीर शफीउल इस्लाम की गेंद पर बोल्ड हो गए। गंभीर ने 16 गेंदों का सामना किया और एक चौके के साथ 11 रन बनाए। इसके बाद सचिन तेंडुलकर ने विराट कोहली को साथ लेकर भारतीय पारी को जमाया और बांग्लादेश को हावी होने का कोई मौका नहीं दिया। सचिन ने इस पारी में पहला चौका लगाने के साथ ही वनडे क्रिकेट में अपने दो हजार चौके पूरे कर लिए। यानी वनडे क्रिकेट में 18 हजार से ज्यादा रन बनाने वाले सचिन ने आठ हजार रन तो सिर्फ चौकों से बनाए हैं।
सचिन ने आज बीते वक्त की कसर पूरी करते हुए अपने करियर के 462वें वनडे मैच में अपना 100वां अंतरराष्ट्रीय शतक लगाया। सचिन ने कोहली के साथ मिलकर 100 रनों की साझेदारी केवल 19.1 ओवरों में पूरी की। कोहली ने अपना 21वां एकदिवसीय अर्धशतक बनाने के लिए 63 गेंदों का सामना किया और इस दौरान चार चौके लगाए। कोहली ने 82 गेंदों का सामना करके पांच चौकों की मदद से 66 रन बनाए। कोहली-सचिन ने दूसरे विकेट के लिए 30 ओवरों में 148 रन जोड़े। (वेबदुनिया डेस्क)
FILE
|
सचिन ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपना पिछला शतक 12 मार्च 2011 को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ नागपुर में लगाया था, तभी से क्रिकेट प्रेमी सचिन के महाशतक का इंतजार कर रहे थे और यह इंतजार 16 मार्च 2012 को मीरपुर में बांग्लादेश के खिलाफ खेलते हुए पूरा हो गया।
भारतीय पारी की शुरुआत सचिन तेंडुलकर और गौतम गंभीर ने की। भारत की शुरुआत खराब रही। सलामी बल्लेबाज और पिछले मैच के शतकवीर गौतम गंभीर शफीउल इस्लाम की गेंद पर बोल्ड हो गए। गंभीर ने 16 गेंदों का सामना किया और एक चौके के साथ 11 रन बनाए। इसके बाद सचिन तेंडुलकर ने विराट कोहली को साथ लेकर भारतीय पारी को जमाया और बांग्लादेश को हावी होने का कोई मौका नहीं दिया। सचिन ने इस पारी में पहला चौका लगाने के साथ ही वनडे क्रिकेट में अपने दो हजार चौके पूरे कर लिए। यानी वनडे क्रिकेट में 18 हजार से ज्यादा रन बनाने वाले सचिन ने आठ हजार रन तो सिर्फ चौकों से बनाए हैं।
सचिन ने आज बीते वक्त की कसर पूरी करते हुए अपने करियर के 462वें वनडे मैच में अपना 100वां अंतरराष्ट्रीय शतक लगाया। सचिन ने कोहली के साथ मिलकर 100 रनों की साझेदारी केवल 19.1 ओवरों में पूरी की। कोहली ने अपना 21वां एकदिवसीय अर्धशतक बनाने के लिए 63 गेंदों का सामना किया और इस दौरान चार चौके लगाए। कोहली ने 82 गेंदों का सामना करके पांच चौकों की मदद से 66 रन बनाए। कोहली-सचिन ने दूसरे विकेट के लिए 30 ओवरों में 148 रन जोड़े। (वेबदुनिया डेस्क)